संभाले नहीं संभला जो आज बदला है। जिंदगी का रूप-रंग निखरा है। संभाले नहीं संभला जो आज बदला है। जिंदगी का रूप-रंग निखरा है।
जो हल जोते, फसल उगाए उसे उसकी कीमत नहीं मिलती। जो हल जोते, फसल उगाए उसे उसकी कीमत नहीं मिलती।
इस मिट्टी का तिलक लगाकर गोद में इसकी सोना है ।। इस मिट्टी का तिलक लगाकर गोद में इसकी सोना है ।।
हारना हर समय बुरा नहीं होता। हारना हर समय बुरा नहीं होता।
जो मैं एक लड़का होती ना बँधती रस्मों की बेड़ियों में, ना घर के इज़्ज़त की ज़िम्मेदा जो मैं एक लड़का होती ना बँधती रस्मों की बेड़ियों में, ना घर के इज़्ज़त की ...
विश्वास मुझे है इस धरती पर विश्वास मुझे है इस धरती पर